महाकुम्भ में चल रहा सबसे बड़ा सफाई अभियान , श्रद्धालुओ के लिए उपलब्ध कराये गए 1.50 लाख टॉयलेट, 4 लाख से ज्यादा डस्टबिन
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पूरे देश में जहाँ स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है , वहीं महाकुम्भ में भी स्वच्छता को लेकर कई तैयारियां की गई है। बता दें कि महाकुम्भ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर 100 मीटर पर डस्टबिन उपलब्ध कराये गये है। महाकुंभ मेला 2025 के भव्य आयोजन की तैयारी में प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम शुरू कर दिए हैं , जहां 1.50 लाख टॉयलेट, 4 लाख से ज्यादा डस्टबिन है। यह दुनिया सबसे बड़ा सफाई अभियान हैं।
बता दें कि यहां साफ-सफाई के लिए सफाईकर्मियों की 800 टीमें बनाई गई हैं ,जिसमे एक टीम में 12 लोग हैं। एक मेट होता है, जो ग्रुप के लीडर की तरह काम करता है। उसके साथ एक महिला मेट होती है, और बाकी 10 सफाईकर्मी होते हैं। एक तिहाई कर्मचारियों की ड्यूटी रात में लगाई गई है। यह शिफ्ट रात 8 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक की रहती है।
जैसे कि संगम नोज श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है। यह सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है। जब लोग वहां स्नान के लिए जाते हैं, तो अपने कपड़े और बाकी सामान वहीं घाट पर ‘दान’ के रूप में छोड़ कर चले जाते हैं। ऐसे में महाकुम्भ क्षेत्र में साफ सफाई व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।