श्रावण सोमवार की सच्ची शक्ति क्या है?

आज हम बात करेगें श्रावण सोमवार की... श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र महीना है,... और इस महीने में आने वाले ...सोमवार को श्रावण सोमवार कहा जाता है...यह दिन भगवान शिव की पूजा और... आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है.... धार्मिक मान्यता है कि ...श्रावण सोमवार का व्रत रखने.. और शिवजी की विधिवत पूजा करने से.. भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.. लेकिन क्या आप जानते हैं कि.... सावन सोमवार का व्रत सबसे पहले किसने... और क्यों रखा था?... इस व्रत से जुड़ी पौराणिक कथाएं.... देवी पार्वती की आस्था से जुड़ी हैं....आइए जानें इसकी शुरुआत और आध्यात्मिक महत्त्व. के बारे में.... मान्यता है कि पहली बार....सावन सोमवार का व्रत स्वयं.... देवी  पार्वती ने रखा था....उन्होने भगवान शिव को... पति रूप में पाने के लिए.... कठोर तप किया था....देवी पर्वती को नारद मुनि ने मार्ग दिखाते हुए... सावन मास के हर सोमवार को उपवास,... एकाग्र ध्यान और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने का विधान बताया है...जिसके बाद माता पार्वती ने नियम पूर्वक सभी... सोमवारों का व्रत किया और.... उनके अटूट संकल्प से प्रसन्न होकर ...शिवजी ने उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया.... यही कारण है कि... यह व्रत आज भी अविवाहित कन्याओं के लिए...अत्यन्त फलदायी माना जाता है....;...इसके साथ एक और प्रचलित कथा भी है.......एक पौराणिक कथा के अनुसार, ...समुद्र मंथन के दौरान... अमृत की प्राप्ति के साथ  विष भी निकला था....और भगवान शिव ने इस विष को अपने कंठ में धारण कर लिया.... ताकि सृष्टि का विनाश न हो...जिसके बाद विष के प्रभाव को... कम करने के लिए... देवताओं और ऋषियों ने सावन के महीने में... भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और... इस प्रकार सावन सोमवार का व्रत प्रारंभ हुआ...सावन सोमवार से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं है...जिनमें सावन सोमवार के महत्व को समझाया गया है....सावन सोमवार के व्रत का इतिहास और महत्व... न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है,... बल्कि यह भक्तों के जीवन में... सकारात्मक परिवर्तन लाने में भी सहायक माना जाता है...इस व्रत के माध्यम से भक्त भगवान शिव की... कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और...अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं...तो अगर आप भी भगवान शिव के भक्त है...और रोग शोक निवारण, मानसिक शांति और... संकटों से मुक्ति चाहते है तो..भगवान शिव कि उपासना जरूर करें....जय श्री महाकाल