हीरों के बाद अब सोना मध्य प्रदेश बनेगा गोल्ड कैपिटल
जिस मध्यप्रदेश की धरती… हीरों के लिए जानी जाती है… वही अब सोना भी उगलने लगेगी?...जी हां, अब सिंगरौली के चितरंगी इलाके से… प्रदेश की किस्मत बदलने वाली बड़ी खबर आई है।… यहां अगले 5 सालों तक सोने की माइंस चलेगी। ...जिला खनिज अधिकारी के अनुसार, ...चकरिया गोल्ड माइन नामक ये 23 हेक्टेयर का गोल्ड ब्लॉक है,... जिसमें कुछ शासकीय और कुछ निजी जमीन शामिल है।... कंपनी ने पिछले एक साल में ...ड्रिलिंग के जरिए सोने का अनुपात तय कर लिया है।... माइनिंग प्लान के मुताबिक, ...पहले दो साल माइन डेवलपमेंट पर फोकस होगा,... और उसके बाद तीन साल में प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा।... सोना निकलने के साथ ही सरकार को... रॉयल्टी से अच्छा प्रॉफिट मिलेगा, ..जो LBMA के तहत तय होगा ..और ऑनलाइन पोर्टल पर प्राप्त होगा।... ये खदान सिंगरोली के लिए वरदान साबित होगी।... यहां पहले से ही कोयले की 11 खदानें चल रही हैं, ...जो देश को बिजली देती हैं।... अब कोयला और बिजली के बाद... सिंगरोली सोने की खान के रूप में भी चमकेगा।.. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा,... खासकर स्थानीय युवाओं को। और ये तो बस शुरुआत है...! चितंगी के अलावा सिंगरोली में दो और गोल्ड ब्लॉक्स की... नीलामी हो चुकी है,.. जहां ड्रिलिंग जारी है।... अनुमान है कि वहां भी सोने का बड़ा भंडार मिल सकता है।... वैसे, मध्य प्रदेश की खनिज संपदा की बात करें तो.. कुछ महीने पहले जबलपुर के सिहोरा ब्लॉक में... बेला पंचायत के 100 हेक्टेयर भूमि पर सोने के कण और धातु की पुष्टि हुई थी। ...उस खबर ने पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ा दी थी। ...मध्य प्रदेश लगातार देश को खनिजों से समृद्ध कर रहा है।... हीरे से लेकर अब सोना तक..., ये धरती किस्मत बदलने वाली है। ...सिंगरोली की ये खोज न सिर्फ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी,... बल्कि स्थानीय लोगों के लिए नई उम्मीदों और अवसरों का द्वार खोलेगी.