जबलपुर में CBI ने PF क्लर्क को रिश्वत लेते पकड़ा, मृतक के परिजनों से मांगे 5 लाख, कमिश्नर भी शामिल

Madhya Pradesh: जबलपुर में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने SECL के भविष्य निधि (PF) क्लर्क उमाशंकर तिवारी को रिश्वत लेते पकड़ा है। क्लर्क के खिलाफ आरोप था की PF के पैसे निकालने के बदले में 5 लाख रुपये की घूस मांगी थी। जिसकी शिकायत मिलते ही CBI मंगलवार (26 मार्च) को उसे गिरफ्तार कर लिया।
कुडरी कोल माइंस में कार्यरत कर्मचारी बाबू नंदन बर्मन की 14 मई 2021 में मृत्यु हो गई थी। जो कटनी के निवासी थे. उसने परिजनों ने 24 मार्च को CBI से भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ शिकायत कर दी। दरहसल ,बाबू नंदन बर्मन की पीएफ राशि करीब 60 लाख रुपए हो गई थी। जब परिजनों ने पीएफ की मांगी तो कोल माइंस प्रोविडेंट फंड (CMPF) के क्षेत्रीय कार्यालय, जबलपुर कमिश्नर और नवरोजाबाद के PF क्लर्क उमाशंकर तिवारी ने मिलकर आवेदक ने इसके बदले में 5 लाख रुपये की रिश्वत मांग ली।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अपने पिता के PF रकम जारी करने के लिए आवेदन दिया। लेकिन वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। वहां मौजूद PF क्लर्क उमाशंकर तिवारी ने उससे कहा कि वह उसे 5 लाख रुपए दे दे। इसमें से ढाई लाख रुपए कमिश्नर लेंगे। जिसके बाद उसे पीएफ की राशि मिल जाएगी।
शिकायतकर्ता जबलपुर स्थित CMPF कार्यालय भी गए, जहां PF क्लर्क ने उनकी मुलाकात क्षेत्रीय कमिश्नर से करवाई।पहली किस्त के रूप में 1.5 लाख रुपए देने के लिए कहा। जिसके बाद दोनों में सौदा हो गया।
24 फरवरी को राजकुमार बर्मन ने इसकी शिकायत CBI में कर दी। इसकी सत्यता पाने के के बाद जाल बिछाया गया। जैसे ही युवक ने पीएफ क्लर्क को पैसे थमाए,CBI ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम ने उसे जब्त कर लिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।