खाद संकट को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन …कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायकों ने…खाद संकट को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया…विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि.. किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के बजाय… नैनो यूरिया थमाया जा रहा है… वहीं, प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने… इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि… प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है और कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है…
दरअसल सागर, हरदा, बुरहानपुर, खरगोन से लेकर छिंदवाड़ा तक,... हर जगह से लगभग एक जैसी तस्वीरें और…एक जैसी कहानियां सामने आ रही हैं... किसान खरीफ की फसल के लिए..सुबह के चार बजे, से सहकारी समितियों के बाहर लाइन में लग जाता है...घंटों इंतजार के बाद भी खाद मिलने की कोई गारंटी नहीं...कई किसानों ने बताया कि.. टोकन तो मिल जाता है,... लेकिन अपनी बारी आने तक समिति का दरवाज़ा बंद हो जाता है...जवाब मिलता है- खाद खत्म हो गई..जिसपर
विपक्ष का आरोप है कि.. प्रदेश में जानबूझकर पारंपरिक खाद का संकट पैदा किया गया है,... ताकि किसानों के हाथ में जबरन नैनो यूरिया की बोतलें थमाई जा सकें... मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस ने... इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी...कांग्रेस विधायक हाथों में खाद की खाली बोरियां लेकर.. सदन के बाहर प्रदर्शन करते दिखे..उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए और.. किसानों को फौरन खाद देने की मांग की..
सरकार का दावा है कि.. राज्य में खाद का पर्याप्त स्टॉक है... और वितरण प्रणाली को ठीक से चलाया जा रहा है... अधिकारियों का तर्क है कि कुछ जगहों पर एकदम से मांग बढ़ने से.. थोड़ी अव्यवस्था हो सकती है.., लेकिन इसे संकट कहना गलत है...सरकार ने किसानों से धीरज रखने की अपील की है... और भरोसा दिलाया है कि... हर जरूरतमंद किसान तक खाद पहुंचाई जाएगी... यह एक सीधा टकराव है- एक तरफ किसान और विपक्ष 'संकट' बता रहे हैं.., तो दूसरी तरफ सरकार 'सब ठीक है' का दावा कर रही है।