अब तालाब साफ करेंगे दुर्गा पूजा के नींबू – जानिए ये अनोखा प्रयोग

एकंर - हर साल नवरात्रि और गणेश उत्सव में …करोड़ों श्रद्धालु पूजा के बाद फूल, नींबू और निर्माल्य सामग्री…. को तालाबों और नदियों में विसर्जित कर देते हैं।…. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस बार भोपाल में…. इन्हीं नींबुओं से पानी को …शुद्ध करने की एक अनोखी पहल शुरू की गई है?...जी हां, पहली बार दुर्गा प्रतिमाओं पर चढ़े नींबू से… बनेगा बायो एंजाइम ….— जो न सिर्फ तालाबों को साफ करेगा …बल्कि प्रदूषण को भी कम करेगा। ….आइए जानते हैं, कैसे एक ‘कचरा’ समझी जाने वाली चीज़,…. अब बन गई है पर्यावरण का रक्षक"[ "….. नवरात्रि खत्म हो चुकी है,…..लेकिन इसके बाद भी भोपाल नगर निगम ने…. एक ऐसा प्रयोग शुरू किया है…. जो देशभर के शहरों के लिए उदाहरण बन सकता है।..इस नवरात्रि शहरभर के 5 हजार से ज्यादा पंडालों से.... 2 टन से ज्यादा नींबू इकट्ठा किए गए हैं।.... निगम की गाड़ियां हर दिन घूम-घूमकर ....निर्माल्य सामग्री इकट्ठा कर रही थीं.... और अब इन्हीं नींबुओं से तैयार हो रहा है बायो एंजाइम....इस बायो एंजाइम में सिर्फ नींबू ही नहीं,.... बल्कि संतरे के छिलके और सड़ा हुआ गुड़ भी मिलाया जा रहा है।..... लगभग 10 हजार लीटर तक का प्राकृतिक स्प्रे तैयार होगा, ....जिसे शहर के तालाबों और कुंडों में डाला जाएगा।...
यह स्प्रे पानी को प्राकृतिक तरीके से साफ करने का काम करेगा।....अब बात करते है आखिर क्या है ये बायो-एंजाइम?.... ये नींबू, संतरे के छिलके, सड़ा गुड़, और पानी से बनता है....., जो 10-15 दिनों में तैयार हो जाता है।.... केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड.... CPCB के वैज्ञानिकों की देखरेख में ये प्रक्रिया चल रही है।..... वैज्ञानिक बताते हैं कि प्रदूषण के कारण तालाबों में.... ऑक्सीजन की कमी हो जाती है,..... जिससे जलीय जीव मरते हैं और पानी सड़ने लगता है।... लेकिन बायो-एंजाइम प्राकृतिक रूप से पानी को साफ करता है,... बिना किसी नुकसान के"....गणेश उत्सव में भी इस प्रयोग की शुरुआत हुई थी...., लेकिन नवरात्रि में नींबू की भारी मात्रा ने इसे और बड़ा बना दिया। ....ये बायो-एंजाइम न सिर्फ तालाबों को स्वच्छ करता है,.... बल्कि कपड़े धोने, बर्तन साफ करने, और... यहाँ तक कि हाथ धोने के लिए भी इस्तेमाल हो सकता है।.... ये है पर्यावरण के लिए एक गैर-विषैला और.... टिकाऊ समाधान".....भोपाल की ये पहल न सिर्फ पर्यावरण की रक्षा कर रही है, ....बल्कि हमें सिखा रही है कि ...त्योहार और प्रकृति का मेल कैसे संभव है।.... ये नींबू, जो पहले कचरे का हिस्सा बनते, अब तालाबों को नया जीवन दे रहे हैं।..... लेकिन ये सिर्फ शुरुआत है! ....अगर हम सब मिलकर ऐसी पहल को बढ़ावा दें, ....तो हमारा शहर, हमारी प्रकृति और हमारा भविष्य और भी स्वच्छ और सुंदर हो सकता है...."तो आइए, इस अनोखी पहल का हिस्सा बनें....! अपने आसपास के तालाबों को साफ करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएँ।.... जैविक कचरे का सही इस्तेमाल करें,....और बायो-एंजाइम जैसी पहल को समर्थन दें।...