पानी पूरी की कहानी – हजारों साल पुराना है भारत का सबसे स्वादिष्ट रहस्य

पानी पूरी की कहानी – हजारों साल पुराना है भारत का सबसे स्वादिष्ट रहस्य


 पानी पूरी की कहानी – हजारों साल पुराना है भारत का सबसे स्वादिष्ट रहस्य
क्या आप जानते हैं? पानी पूरी की शुरुआत हुई थी महाभारत के समय से
पानी पूरी का सफर – मगध से लेकर महाभारत तक की कहानी  जिस पानी पूरी को आप सड़क किनारे मज़े से खाते हैं...क्या आप जानते हैं इसका इतिहास हज़ारों साल पुराना है?.... ये छोटी-सी पूरी सिर्फ़ एक स्नैक नहीं,... बल्कि भारत की सबसे पुरानी स्ट्रीट फूड कहानियों में से एक है...पानी पूरी का सफर शुरू हुआ था मगध से....यानी आज का बिहार और झारखंड।...वहां इसे फुलकी कहा जाता था।....छोटी-छोटी पतली पूरी बनाई जाती,जिसमें चने और आलू भरकर खाया जाता था।....मगध की बाकी डिशेज़ जहां हैवी होती थीं,...वहीं ये हल्की, कुरकुरी फुलकी बन गई लोगों की पसंदीदा..

.अब एक दिलचस्प थ्योरी कहती है...पानी पूरी असल में राज कचौरी का छोटा भाई है.... एक और कहानी जुड़ती है महाभारत से...जब पांडव वनवास में थे... और घर में था बस थोड़ा-सा आटा।...तब कुंती ने द्रौपदी से कहा....इससे पांचों के लिए कुछ बनाओ।...द्रौपदी ने छोटी-छोटी पूरियाँ बनाईं...उसमें सब्ज़ी भरी और सबको खिला दिया।... कुंती उनके रिसोर्सफुलनेस को देखकर इतना इंप्रेस हो गई कि ..उस डिश को उन्होंने आशीर्वाद दे दिया कि यह हमेशा अमर रहे।  अब इस कहानी को माइथोलॉजिकल मानो... या सच यह आपके ऊपर है।.... मेरे रिसर्च में जो कुछ आया मैं आपको सब कुछ बता रही हूं। ....बाद में मुगल दौर में चाट कल्चर बढ़ा,इमली का पानी, मसाले और दही के कॉम्बो से..पानी पूरी को मिला अपना देसी तड़का।...उत्तर प्रदेश, बनारस, दिल्ली, गुजरात, ओडिशा...हर जगह इसका नाम बदला...गोलगप्पा, पुचका, गुपचुप, पकौड़ी... और बाकी जगह पानी पूरी.... और कई नाम से यह फेमस हुई।...जैसे आपने देखा पानीपुरी का 100% ओरिजिन कहां से है.... यह जानना थोड़ा डिफिकल्ट है।...लेकिन एक बात तो तै है...पानीपूरी सबकी फेवरेट जारूर है