क्या राहुल गांधी को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार?

क्या राहुल गांधी को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार?

 क्या राहुल गांधी को भी मिल सकता है... नोबेल शांति पुरस्कार?...ये सवाल इसलिए उठ रहा है,.... क्योंकि कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने खुद कहा है...राहुल गांधी भारत में वही कर रहे हैं,... जो वेनेजुएला की मारिया कोरीना मचाडो ने अपने देश में किया ....दरअसल, इस साल नोबेल शांति पुरस्कार 2025 मिला है.... मारिया कोरीना मचाडो को.... जो वेनेजुएला की विपक्षी नेता हैं।...
उन्हें ये सम्मान दिया गया.... तानाशाही से लोकतंत्र में शांतिपूर्ण बदलाव लाने ....और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए।....मारिया मचाडो ने चुनावों में धांधली...., सरकारी दमन और धमकियों के बावजूद, विपक्ष को एकजुट रखा।...नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी ने कहा.... "उनकी प्रतिबद्धता ने लोकतंत्र की लौ जलाए रखी।"...अब इसी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा...मारिया को जो सम्मान मिला, ....वैसा ही सम्मान राहुल गांधी के भी हक में है...., क्योंकि वे भारत में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं।"...उन्होंने राहुल गांधी की और मारिया की तस्वीर साझा करते हुए लिखा....दोनों लोकतंत्र के सिपाही हैं... बस मैदान अलग-अलग हैं।"...कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी पिछले कुछ वर्षों में लगातार..संविधान की रक्षा,...वोट चोरी,...आरक्षण से छेड़छाड़,...और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर दबाव जैसे मुद्दों पर आवाज़ उठा रहे हैं।...पार्टी का कहना है...राहुल गांधी सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि संविधान की लड़ाई के सेनानी हैं।”..

.अब जानते है... कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो?...
मारिया कोरिना मचाडो.... वेनेजुएला की एक प्रमुख मानवाधिकार... वकील और राजनेता हैं।....
उन्होंने अपने देश में पारदर्शी चुनावों, ....प्रेस की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के लिए... संघर्ष किया।....1967 में कराकस में जन्मी मचाडो को.... अक्सर ‘डेमोक्रेसी वॉरियर’ कहा जाता है।...और अब भारत में बहस छिड़ी है....क्या राहुल गांधी भारत के “नोबेल मचाडो” बन सकते हैं?... आप बताइए....क्या राहुल गांधी का संघर्ष नोबेल लेवल का है?...क्या भारत में लोकतंत्र की रक्षा के लिए... उनकी भूमिका को दुनिया मान्यता देनी चाहिए?...